Monday 27 May 2019



जिन्दगी बिल पे करने मे चली गयी

रेस्टॉरेंट्स, मूवी, शौपिंग ने खुश तो बहुत किया
चन्द ही दिनो मे बिल आगया, एक बिल पे किया तो दूसरा आगया
ये झड़ी चलती रही, और । ।
ज़िन्दगी बिल पे करने मे चली गयी । ।

फोन पे लम्बी बाते की, बिजली की कोई शिकायत न थी
इंटरनेट भी अनलिमिटेड था
फिर टोटल आउटस्टैंडिंग एस एम एस की लड़ी आगयी
ज़िन्दगी बिल पे करने मे चली गयी । ।

टैक्स बचाने के लिये पोलिसी ली, फिर भी टैक्स कटा, फिर और पोलिसी लेली
फिर सारे प्रीमिउम के बिल आगये

सैलरी से ज्यादा खर्चे बढ़े, क्रेडिट कार्ड भी लिया
नये ऑफर्स आये तो और कार्डस ले लिये
सैलरी से पहले  क्रेडिट कार्ड बिल कि ड्यू डेट आगयी
ज़िन्दगी बिल पे करने मे चली गयी । ।

मिस्ड ड्यू डेटस्, इंट्रेस्ट्स, लेट चार्जेस ने इतना रुलाया
समझ ना पायी, ऐशो आराम सुख देते है या चैन छीन लेते है
बचत करने की बेहतरीन कोशिशो के बावज़ूद
ज़िन्दगी बिल पे करने मे चली गयी । ।